नशा कर के नशा
मुक्ति का अभियान, सिर्फ जबलपुर में चलाया जाता है
चैतन्य नशा मुक्ति केंद्र, जबलपुर
में नशा छुड़ाने भर्ती नशेड़ियो से बर्तन धुलवाए जाते है, खाना बनवाया जाता है, भवन
में नियुक्त बावर्ची और अन्य कर्मचारी रहते है छुट्टी पे और इलाजरत लोग करते है
काम.
हाल ही में एक मामला सामने आया है
जिसमे वहा के संचालक के द्वारा ड्यूटी के दौरान शराब पी जा रही थी जिसका विरोध
करने पर उसके द्वारा एक इलाजरत नवयुवक को
हाकी से बुरी तरह से पीटा गया, आम जनता ने की फिर उस संचालक की धुलाई, कईयों के
किये हाथ साफ़.
फिलहाल मामले प्रशासन के द्वारा कोई
कार्यवाही नही की गयी है, विषय सम्बंधित किसी अधिकारी द्वारा बहुचर्चित मामले में
स्वयं संज्ञान नही लिया गया है, क्या होगा उन सभी रोगियों का जो बड़ी उम्मीद के साथ
वह नशे के रोग से मुक्त होने वहा रह रहे है, उन अभिभावकों को सोचने पर मजबूर कर
दिया गया है जिन्होंने अपने कलेजे के टुकड़े को नशे की लत से मुक्त करने के वह
भर्ती कराया है.
न्यूज़ विजन के द्वारा विषय संबधित
अधिकारियो को इस घटना से अवगत कराया गया है, साथ ही इस संस्था के पंजीयन के
सम्बन्ध में जांच करने कहा गया है, साथ ही इस संस्था को मिलने वाली प्रशानिक
आर्थिक सहायता के सम्बन्ध में भी जांच हेतु कहा गया है, नशा मुक्ति केंद्र के नाम
से संचालक बनाते है अपनी आय का स्त्रोत, और करते है अय्याशी.