प्रद्युम्न मर्डर: CCTV फुटेज का पूरा ब्योरा, मिनट-टू-मिनट जानें कब क्या हुआ - News Vision India

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प्रद्युम्न मर्डर: CCTV फुटेज का पूरा ब्योरा, मिनट-टू-मिनट जानें कब क्या हुआ

गुरुग्राम के रेयान पब्लिक स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या का मामला नया मोड़ ले चुका है. पुलिस ने जहां अपनी जांच में स्कूल बस के एक कंडक्टर अशोक को मुख्य आरोपी बनाया था. लेकिन जैसे ही जांच CBI के हाथ में आई, मामला उलट गया.

CBI ने जांच के दौरान पाया कि पुलिस ने कंडक्टर अशोक के खिलाफ गलत मामला बनाया है और वास्तव में प्रद्युम्न की हत्या की सुई इसी स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की ओर घूम गई.

CBI को स्कूल में लगे CCTV कैमरे के दो फुटेज से आरोपी छात्र के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं. तो आइए हम बताते हैं कि सीबीआई को मिले CCTV के इन दो फुटेज में क्या है.

सुबह 7.41 बजे: कंडक्टर अशोक बच्चे को बस से उतारता है.

सुबह 7.48 बजे: बस से सभी बच्चे उत्तर जाते हैं.

सुबह 7.51 बजे: प्रद्युम्न बाथरूम जाता है.

सुबह 7.58 बजे: प्रद्युम्न बाथरूम से बाहर निकलता है.

सुबह 7.59 बजे: प्रद्युम्न और उसके पीछे आरोपी छात्र अंदर जाते हुए दिखाई देते हैं.

सुबह 8.00 बजकर 5 या 6 मिनट पर आरोपी छात्र बाहर निकल रहा है.

-ठीक इसके बाद कुछ बच्चे टॉकमांडो का ड्रेस चेंज करने अंदर जा रहे हैं.

-इसके बाद आरोपी छात्र प्रद्युम्न के बारे में कुछ बताता हुआ दिख रहा है.

सुबह 8.09 बजे: फिर से कई बच्चे बाथरूम के पास जाते दिख रहे हैं.

सुबह 8.11-8.13 बचे के बीच घायल अवस्था में प्रद्युम्न को स्कूल से अस्पताल ले जाया जाता है.

CCTV फुटेज से मिले इन सबूतों को बयानों में विरोधाभास के आधार पर CBI ने प्रद्युम्न की हत्या करने वाले आरोपी छात्र का पता लगाया. सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने दिल्ली से बाहर FSL में इन सीसीटीवी फुटेज की साइंटिफिक एनालिसिस करवाई है. सूत्रों ने यह भी बताया कि सीबीआई ने रेयान पब्लिक स्कूल के 2 टीचर के फोन रिकॉर्ड की भी जांच की है.

पुलिस ने की सबूत मिटाने की कोशिश

सीबीआई जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि गुरुग्राम पुलिस ने जानबूझकर कई सबूतों को नजरअंदाज करते हुए मिटाने की कोशिश की थी. इसके बाद बस कंडक्टर को दोषी ठहराने के लिए कहानी और सबूत तैयार करने की कोशिश की. शक के घेरे में आए पुलिसकर्मियों के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. विभागीय जांच की सिफारिश की गई है.

इससे पहले खुलासा हुआ था कि हरियाणा पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक कुमार को जुर्म कबूल करने के लिए मजबूर किया था. यहां तक कि अशोक कुमार से सादे कागज पर दस्तख्त भी ले लिए गए थे. उसने दबाव में आकर मीडिया में कहा था कि उसने प्रद्युम्न की हत्या की है. इस खुलासे के बाद से कई पुलिसकर्मी जांच के घेरे में आ गए हैं.