जबलपुर के तीसरा पुल ले पास सिटी अस्पताल ने एक लाख रु. के लिए शव को कई घंटो तक बंधक बना कर रखा,
जिसके बाद पीड़ित परिवार ने ओमती थाना पुलिस से शिकायत भी कि पर पुलिस ने पीड़ित के शिकायत की सुध तक नही ली......
दरअसल नरसिंहपुर के रहने वाले मृतक नर्मदा प्रशाद विश्वकर्मा को कुछ दिनो पहले गाय ने मार दिया था, जिसके बाद से उनकी तबियत खराब हो गई थी, और उन्ही के ईलाज के लिए परिजनो ने जबलपुर के सिटी अस्पताल मे भर्ती करवाया था
मृतक नर्मदा प्रसाद के परिजनो के मुताबिक उनके पास श्रामिक कार्ड है जिसके आधार पर उन्हे सिटी अस्पताल मे भर्ती कराया गया था उसके बावजूद भी अस्पताल ने सत्तर हजार रु नकद उनके ईळाज के लिए माँगे औऱ जब ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई तो शव देने से पहले अस्पताल प्रबंधन ने एक लाख रु की औऱ माँग की गयी .
इलाज के सम्बन्ध में ICU - जनरल वार्ड में भर्ती नर्मदा प्रसाद को दिए गए उपचार के सम्बन्ध में ट्रीटमेंट शीट मरीज के परिवार को नही दी गयी, मांगे जाने पर अस्पताल प्रबंधन ने देने से मना किया, जहा पर मरीज की मौत के कारन उजागर हो सकते थे, प्रबंधन को मुश्किलें हो सकती थी, वो सभी दस्तावेज मृतक के परिवार को नही दिए गए है, इससे इलाज के दरान की गयी गड़बड़ियो का खुलासा हो सकता है, जरुरत से हटकर दी जा चुकी दवाओ के सम्बन्ध में जानकारी छुपा ली गयी है
इधर मामला गर्माने के बाद अब अस्पताल प्रबंधन अपने बचाव मे आ गया है प्रबंधन की माने तो उनका श्रामिक कार्ड अधूरा है लिहाजा इस वजह से उनसे पैसे लिए जा रहै है.........बहरहाल ओमती पुलिस ने मामले की जाँच शुरु कर दी है.............
बाईट-ललित (मृतक के परिजन)
बाईट.-अभिषेक चक्रवर्ती.(मैनेजर,सिटी अस्पताल)
बाईट.-विनोद पाठक.(जाँच अधिकारी,थाना ओमती)
रिपोर्ट रुपेश सरवांन
संपादक