1 महीने
में चोर को नहीं पकड़ पाई पुलिस 73 वर्षीय
वरिष्ठ नागरिक ने थाना बेलबाग में उपस्थित होकर अपने घर में हुई चोरी को लेकर
प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
जिस पर जांच सब इंस्पेक्टर संजीव त्रिपाठी द्वारा की जा रही है.
जिस पर अभी तक की जा चुकी जांच से संबंधित कोई
जानकारी आवेदक को नहीं दी गई है ना ही चोर का कोई स्केच बनाया गया है ना ही कोई
इनाम घोषित किया गया है
घटना है थाना अंतर्गत बेलबाग के बिहार बाकी जहां पर 73 वर्षीय बुजुर्ग डॉ पांडे हस्पताल के बाजू से राधारमण
तिवारी के बाड़े में किराए पर रहते हैं. जिनके घर पर 13 अगस्त 2017
को चोरी हो गई थी जिसके संबंध में उनके द्वारा
प्राथमिकी दर्ज करने हेतु थाने जाने का प्रयास किया गया जिस पर राधा रमन तिवारी
द्वारा उन्हें प्राथमिकी दर्ज नहीं करने को कहा इस आश्वासन के पीछे उनके द्वारा अपने पुत्र अनुराग तिवारी जो जीआरपी में पदस्थ हैं
से जांच कराकर मामले को निपटाने की हामी भरी जिस पर बुजुर्ग एम एस परिहार
मान गए.
एसपी क्राइम ब्रांच द्वारा मामले का संज्ञान लेते
हुए FIR दर्ज
करने के निर्देश थाना प्रभारी बेलवा को दिए गए थे जिस पर की गई औपचारिक FIR पर अभी तक कोई कार्यवाही सुनिश्चित नहीं की जा सकी
है.
आज आवेदक एम एस परिहार
को पुलिस महानिदेशक भोपाल से ईमेल के माध्यम से तथा फोन के माध्यम से विश्वास
दिलाया गया है कि उनकी शिकायत पर कार्यवाही निश्चित रुप से की जाएगी.
जिस पर जांच के आदेश और कार्यवाही के आदेश उनके द्वारा पारित कर दिए गए हैं.
आवेदक के द्वारा पुलिस प्रशासन के सभी वरिष्ठ
अधिकारियों को आवेदन के माध्यम से तथा ईमेल के माध्यम से दुर्घटना के संबंध में
जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी जिस पर किसी भी अधिकारी ने अभी तक कोई संज्ञान नहीं
लिया है.
काफी समय के बाद आवेदक ने राधा रमण तिवारी से इस
प्रकरण में उचित कार्यवाही हेतु सहयोग की अपेक्षा की थी जिस पर उसके पुत्र अनुराग तिवारी और अभिषेक मिश्रा ने घिनौने शब्दों का प्रयोग
करते हुए अपमानित किया मजाक उड़ाया प्रतिवेदित बुजुर्ग न्याय के लिए
दर-दर भटक रहा है
बुजुर्ग ने
कहा है कि नियम अनुसार अगर कार्यवाही नहीं होती है
तो मैं पुलिस के सामने आत्महत्या कर लूंगा
कुछ दिन पूर्व ही एक प्रकरण में एक व्यक्ति द्वारा SP ऑफिस में इस तरह की धमकी अपनी शिकायत पर कार्यवाही
ना होने से प्रतिवेदित हो करके दी गई थी
जिस पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की गई थी
समाज में जा रहा है खराब संदेश पुलिस विभाग की इस
प्रकार की सुस्त कार्यवाहियों से और एक पक्षी कार्यवाहियों से संपूर्ण कानून
व्यवस्था हो रही है प्रभावित जिस पर किसी अधिकारी का डिमोशन तो नहीं होने वाला.
डॉ सिराज खान की रिपोर्ट