बदमाशों की गैंग में पड़ी दरार जेल में हो गया झगड़ा,
बुजुर्गों ने कहा है जैसी संगत वैसी रंगत, उसी का एक जीता
जागता उदाहरण है राजू मिश्रा कांग्रेस नेता और हिस्ट्रीशीटर कुक्कू पंजाबी
हत्याकांड, इस पूरे हत्याकांड में अनावश्यक राजू मिश्रा की मौत हो गई और
हिस्ट्रीशीटर कुक्कू पंजाबी घूमने का खामियाजा कांग्रेस नेता को भुगतना पड़ा, विजय
यादव, रतन यादव के कहने पर सभी
गुर्गो ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था, इस प्रकरण में
आयुध अधिनियम अंतर्गत कार्रवाई की गई है, और साथ में भारतीय दंड विधान की धारा 302 के तहत तहत मुख्या कार्यवाही विजय यादव गैंग पर
की गई है इसका एक मुख्य गुर्गा मोनू सबलोक
जेल में है
वर्तमान में रतन यादव की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप
जबलपुर पुलिस ने रतन यादव को 500 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया. फरारी
के दौरान रतन यादव स्मैक बेचकर अपना खर्चा चला रहा था, मुखबिर की सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया और
वहां से उसे जेल भेज दिया गया, जेल पहुंचते ही मोनू सबलोक जो की हत्याकांड का मुख्य हिस्सा है, उसने रतन यादव से जमानत को लेकर प्रश्न उठाएं, जिसके चलते दोनों के बीच बहस होती रही और जेल में ही एक बड़े विकराल विवाद का कारण बन
गई, दोनों ने एक दूसरे को जेल से बाहर देख लेने की
धमकी दी है और मर पेट शुरू हो गयी, जिसके चलते दोनों को अलग-अलग गोल में रखा गया है
फिलहाल जेल प्रशासन ने स्थितियों पर काबू कर लिया है और दोनों को अलग अलग कर शांति व्यवस्था जेल में कायम कर रखी