थाना बरेला : हत्या पर दासता पत्नी पर केस दर्ज, मृतक था शातिर जिलाबदर
बदमाश
थाना बरेला अंतर्गत
नीमखेड़ा गांव में हुई हत्या के पीछे एक लंबी कहानी है, जिसमें मृतक सचिन विनोदिया एक शातिर बदमाश था, जिसके खिलाफ
जबलपुर जिले के अंतर्गत लगभग हर थाने में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं, भारतीय दंड विधान की धारा 327 341 506 294
323 427 327 452 354 498 307 326 120-बी
34, आबकारी एक्ट 25, 27 आर्म्स एक्ट,
आयुध अधिनियम, बम कांड, जैसे गंभीर
अपराधों पर इसके विरुद्ध मामले न्यायालय में
विचाराधीन हैं, जिस पर
हाल ही में विधानसभा चुनाव के पहले थाना प्रभारी रांझी के द्वारा सचिन विनोदिया के विरुद्ध सभी प्रकरणों की सूची बनाकर, जिला
दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत की थी, जिसके आधार पर
उसे जिला बदर घोषित किया गया था, और
जिला बदर की कार्यवाही करते हुए इसे होशंगाबाद थाने में डेली पेशी हेतु नियत किया
गया था, जहां से लगातार बिना हाजिरी दिए, अवैधानिक रूप से जिला दंडाधिकारी के आदेश की
अवहेलना करते हुए जबलपुर में धनी कुटिया के पास किसी मकान में अपनी दास्तां पत्नी
हेमा मेहरा के साथ किराए पर रह रहा था. पहले से शादी शुदा था अपराधी, जिस पर देहज प्रतिषेद अधिनियम 307-498 पर दर्ज है.
मृतक सचिन विनोदिया की दास्तां पत्नी भी रांझी निवासी है, फरारी के
दौरान उसने अपने प्रेमी सचिन के साथ पुणे, होशंगाबाद, भोपाल जैसे शहरों में फरारी
काटी है, कई मामलों में गैर जमानती वारंट में फरार रहा है मृतक, अपराधी सचिन
विनोदिया फरारी के दौरान जबलपुर में धनी की कुटिया में किराए के मकान पर आराम से
सुरक्षित रूप से फरारी काटी है, जो पुलिस
की गिरफ्त से लगातार बाहर रहा है, जिला
बदर की अवधि अभी तक समाप्त नहीं हुई थी, बावजूद उसके अपराधी शहर में रह रहा था,
मारे घबराहट के ही सही परन्तु दास्ता पत्नी के द्वारा
सूचना उसके पिता नवनीत कों दी गई, पारिवारिक नफरत के चलते नवनीत ने अपने हिसाब से
प्रकरण दर्ज कराया जिससे दस्ता पत्नी भी आरोपी हो गई, जबकि विडियो में घायल अवस्था
में मृतक के साथ, उसकी दस्ता पत्नी देखी जा रही है, ओर मेडिकल इलाज के लिए लिए जाने
में भी उसने मदद की थी, साथ ही सचिन की जान निकलते ही संभवत: अप्रीय स्तिथियो से
बचने के लिए दास्ता पत्नी मौके से फरार हो गई.
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