पीड़ित अधिवक्ता हर्षित पटेल पर संदिग्ध F.I.R. दर्ज, टीआई रांझी ने किया कमाल - News Vision India

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पीड़ित अधिवक्ता हर्षित पटेल पर संदिग्ध F.I.R. दर्ज, टीआई रांझी ने किया कमाल

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अधिवक्ता पर संदिग्ध एफ आई आर दर्ज, टीआई रांझी ने किया कमाल

ADVOCATE PROTECTION ACT की बात करने वाले ADVOCATE  कों मारपीट रहे थाने में, पुलिस के सामने 

 विस्तार मामला  
एक
आवेदक अधिवक्ता हर्षित पटेल थाने में बैठकर एफ आई आर दर्ज करा रहे थे जिस पर चल रही प्रोसेसिंग के अनुसार F.I.R. नंबर 116, दिनांक 27 फरवरी 2019 को शाम के समय 7:20 पर दर्ज की गई, इसमें भारतीय दंड विधान की धारा 452 294 323 506 34 के तहत नामजद एफ आई आर की गई, जिसमें आरोपी कांग्रेसी नेता सम्मति सैनी उसके भाई राकेश सैनी, रोहित सैनी सुभाष सैनी और अधिवक्ता आर के सैनी एवं विनोद गुप्ता के विरुद्ध कुल छह आरोपी बनाए जा कर प्राथमिकी दर्ज की गई.

इस प्राथमिकी में शिकायतकर्ता ने बताया था कि सभी आरोपियों ने मिलकर उसके घर में घुसकर तोड़फोड़ की मारपीट की एवं उसके भाई को इतना मारा कि वह बेहोश हो गया, यह पूरी मारपीट करते हुए इन सभी आरोपियों को मौके पर उपस्थित अधिवक्ता सुनील तिवारी, मोहित नामदेव, शिव नारायण द्विवेदी, अजितेश तिवारी ने देखा है

दो
पुलिस ने तत्काल प्रभाव से दूसरी एफ आई आर दर्ज की 117/2019 दिनांक 27/2/2019 शाम को 7:31 पर अंतर्गत धारा 294 323 506 34 इसमें आवेदक संतोष यादव है यह एफ आई आर विरुद्ध अधिवक्ता आर के सैनी, राकेश सैनी और रोहित सैनी के हुई है

इस प्रकरण में विषय यह था, कि हर्षित पटेल रिपोर्ट लिखाने थाना रांझी के अंदर बैठे हुए थे कार्यवाही प्राथमिकी दर्ज होने की चल रही थी, इतने में अधिवक्ता आर.के. सिंह सैनी, उनके भाई राकेश सैनी, रोहित सैनी और 3-4 अन्य लोग आकर के धक्का-मुक्की करते हैं धमकी देते हैं और लात घूसे मारते हुए घसीट कर ले आते हैं, जो पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है और इस पूरे घटनाक्रम को देखने वाले गवाह शिव नारायण द्विवेदी, राजेश मेहरा, वीके उपाध्याय और थाने में रहा जो सब कुछ घटनाक्रम देख रहा था.

तीन
तीसरी F.I.R. है 119/2019 दिनांक 27 फरवरी 2019 शाम को 9:41 पर, जिसमें शिकायतकर्ता का नाम रोहित सैनी है यह प्रकरण धारा अंतर्गत 294 452 323 506 और 34 के तहत दर्ज किया गया है जो एक काउंटर F.I.R. के रूप में दर्ज किया गया है, F.I.R. विरुद्ध सत्येंद्र पटेल, हर्षित पटेल और संतोष यादव  के की गई

इसमें विषय यह है कि शिकायतकरता ने बताया है खंभे लगाने के विवाद को लेकर हर्षित पटेल सत्येंद्र पटेल, संतोष यादव ने गंदी गालियां दी धक्का-मुक्की की मारपीट की और जब वह घर की ओर भागा तो घर में घुसकर लट्ठ से मारा बचाव करने के लिए सुभाष सैनी एवं राकेश सैनी आ जाए बचाव करने वालों के साथ 3 लोगों के द्वारा मारपीट की गई है,

पहली F.I.R. और दूसरी F.I.R. के मध्य केवल 11 मिनट का फासला है और इन दोनों एफ आई आर और तीसरी एफ.आई.आर. के मध्य लगभग 2 घंटे का फासला है, क्या इस पूरे कार्यकाल में मेडिकल टेस्ट नाम का कोई घटनाक्रम नहीं हुआ, क्या इस पूरे समय में मौका मुआयना नक्शा तैयार नहीं किया गया, क्या इस पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज जो भी थाने में लगे हुए रहते हैं, उनके आधार पर आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई, किसके द्वारा हिंसा कारीत की गई है, इस विषय पर एफआइआर क्रमांक 117 अपने आप में एक सीधा और स्पष्ट सबूत है, कि थाने का पूरा स्टाफ वहां पर खड़े होकर के अधिवक्ता को मार खाते हुए देख रहा था, जो व्यक्ति इंसाफ की अपेक्षा में उपस्थित कानून व्यवस्था के अधीन विहित  प्रावधान के अंतर्गत कार्यवाही की अपेक्षा कर रहा था, जो स्वयं थाने में ही असुरक्षित था, ऐसी परिस्थिति में पुलिस से की जा रही अपेक्षाएं पूरी तरह से शून्य हो जाती हैं , और प्राकृतिक न्याय सिद्धांत के विरुद्ध की गई यह कार्यवाही, पुलिस की भूमिका कों संधिघ्द बताती है, आवेदक हर्षित पटेल के द्वारा बताये गए घटनाक्रम के अनुसार संतोष यादव की उपस्तिथि अपने आप में प्रश्न चिन्ह है,  की पोलिपाथर से वो कैसे उपस्तिथ हो कर घटन्स्थल पर घटना कों अंजाम दे कर प्राथमिकी 119/2019 में आरोपी के रूप में पत्र बना, पूरी कार्यवाही को थाना रांझी पुलिस के द्वारा परस्पर स्वीकार किया जाकर उल्टा पीड़ित के विरुद्ध काउंटर FIR  क्रमांक 119 दर्ज की गई, जिसमें उन सभी धाराओं ( 452-34-294-506-323) का उल्लेख है, जो कि पीड़ित की FIR क्रमांक 116 में घटनाक्रम से संबंधित विवरण के आधार पर पुलिस ने दर्ज की है.

आज स्टेट बार काउंसिल कार्यालय में धरना प्रदर्शन अधिवक्ता हर्षित पटेल के समर्थन में किया गया एवं आरके सिंह सैनी एवं अन्य सहयोगियों के विरुद्ध कार्रवाई की अपेक्षा की गई एडिशनल एसपी जबलपुर को ज्ञापन सौंपा गया जिस में अधिवक्ता हर्षित पटेल के समर्थन में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने उपस्थिति दर्ज की

अधिवक्ता हो रहे निराश स्टेट बार काउंसिल से

इस पूरे घटनाक्रम में मध्य प्रदेश के अधिवक्ताओं को बड़ा ही निराश कर दिया है, सब के द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं दी जा रही है, इस वर्ष स्टेट बार काउंसिल के चुनाव भी नजदीक हैं, हाल ही में जिला बार एसोसिएशन जबलपुर के चुनाव संपन्न किए गए थे, जिस के निर्णय में आरके सिंह सैनी को परास्त कर सुधीर नायक लगभग 100 वोटों से जीत हासिल कर नए अध्यक्ष निर्वाचित हुए, जिन्होंने अधिवक्ता हर्षित पटेल के समर्थन में एडिशनल एसपी से मुलाकात की एवं ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने पुलिस थाना रांझी टीआई के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है जिसके द्वारा जांच समिति गठित की जाकर पूरे प्रकरण की जांच करने हेतु समिति को नियुक्त किया गया है, एवं  जिला अध्यक्ष सुधीर नायक के द्वारा अधिवक्ता हर्षित पटेल के विरुद्ध की गई है F.I.R. को रद्द करने हेतु एडिशनल एसपी से मांग की है


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