इसे पूरे प्रकरण में की गई रिकॉर्डिंग को लैब से रिपोर्ट प्राप्त कर पुष्टि की गई साथ ही लोन पास कराने हेतु किए गए वार्तालापों का विश्लेषण किया गया जिस पर लोन पास किए जाने हेतु लंबित प्रकरण से संबंधित सभी जानकारियां रिकॉर्ड की गई थी जिनकी बिंदुवार अभियोग पत्र तैयार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया साथ ही मौके पर से बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था जिस पर उसको तीन दिवसीय न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था
अभियोग पत्र पर सुनवाई करते हुए जबलपुर की विशेष सीबीआई न्यायाधीश श्रीमती माया विश्व लाल के द्वारा आरोपी रिश्वतखोर बैंक मैनेजर Central Bank of India को अपना पक्ष रखने का संपूर्ण मौका देते हुए प्रकरण में आदेश पारित किया जिस पर आरोपी बैंक मैनेजर को 3 वर्ष के सश्रम कारावास से दंडित किया गया साथ ही ₹10000 से भी दंडित किया गया
भ्रष्टाचारी और रिश्वतखोर बैंक अधिकारियों पर आए दिन आ रहे फैसलों से भ्रष्टाचार पर लगभग लगाम लगना शुरु हो गई है इस क्रम में जबलपुर की विशेष न्यायाधीश सीबीआई श्रीमती माया विश्वास द्वारा लंबित प्रकरणों पर सक्रियता के साथ अल्प समय में सुनवाई करते हुए समाज में जागरूकता हेतु उचित पहल की गई है जिससे समाज जागरूक हो कर इस तरह की भांडेबाजी से बच सकेगा
डॉ. सिराज खान( प्रधान संपादक )
( संपादक ) जितेंद्र मखीजा