सौदा करने वाले का फोटो
5 करोड़ में बिक रहा अंजुमन इस्लामिया स्कूल, जबलपुर
शहर की सबसे कीमती जगह जो जबलपुर शहर में अपने आप में कई दशकों से एक मिसाल के रूप में कायम है जैसा कि कभी सिविक सेंटर में एक प्लॉट हुआ करता था, जहां पर तरह तरह के मेले लगते थे, साल में दिवाली के टाइम पटाखा बाजार लगता था, जहां पर आज एक 8 मंजिला इमारत समदड़िया मॉल के रूप में शहर के मध्य बेशकीमती जमीन पर चल रहा है, जो आज भी विवादों के घेरे में है,
उसी प्रकार उससे भी तीन गुना जगह अंजुमन इस्लामिया की बाजू में रखी है, जिस पर पूरे शहर के रसूखदारों की नजर है, वर्तमान में उसकी सौदेबाजी में चल रहे ड्रामे का स्टिंग ऑपरेशन सामने आया है, जिसमें अंजुमन इस्लामिया को 5 करोड़ में बेचे जाने की बात चल रही है, जिसमें 50 लाख रुपए सीधे अंजुमन इस्लामिया के अकाउंट में जाएगा, जिसकी लिखा पढ़ी होगी और बाकी के पास 5 करोड़ रुपए वो लेगा जो यह काम करवा रहा है, इसमें ट्रस्ट के पदाधिकारियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है जिनके हाथों में संस्था को संचालित करने के अधिकार है, जो इस बेशकीमती जमीन को तार तार कर बेच देंगे,
इस विषय में होने वाले भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाला वीडियो सामने आया है, जिसको न्यूज़ विजन द्वारा प्रसारित कर विशेष संबंधित सभी अधिकारियों और कार्यालय को अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है ताकि ट्रस्ट पर लगाम लगाई जा सके, रजिस्ट्रार ऑफ सोसाइटी एक्ट के अंतर्गत ट्रस्ट की वर्तमान स्थिति के बारे में सक्षम अधिकारी को आवश्यक निर्णय लेने जनहित में आवश्यक हैं, आयकर विभाग तक इस खबर को पहुंचाना अनिवार्य है, इसलिए क्योंकि यह वो लोग हैं जिनके पास ब्लैक मनी में पांच करोड़ रुपए उपलब्ध है संझो कर के रखे गए हैं जो इस तरह की कभी किसी डील में खरीद-फरोख्त में काम आएंगे, इतनी जानकारी मिलने के बावजूद भी कैसे कोई विभागीय स्तर पर अधिकारी शांत बैठ सकता है, और कार्यवाही को लंबित रख सकता है इस विषय से यह तथ्य सामने आते हैं कि अभी भी देश हित में ब्लैक मनी को बंद करने के अभी तक के किए गए उपाय पर्याप्त नहीं है और भी सक्ती की आवश्यकता है
जबलपुर से रुपेश सारवान की रिपोर्ट
संपादक जितेंद्र मखीजा