ये है वो
असभ्य कांग्रेसी मानसिकता पीड़ित युवक Shreyas jhawar
सिन्धी समाज को एक असभ्य
कांग्रेसी ने विडियो में दी गोली मारने की धमकी, , दहशत में माफ़ी मांगने का विडियो
रिलीज किया, पुलिस ने दिया कार्यवाही का लालीपॉप
अब इस युवक के नाम से इसकी करतूती गूगल Google पे भी उपलभध रहेगी,
अब इस युवक के नाम से इसकी करतूती गूगल Google पे भी उपलभध रहेगी,
अमेरिका में एक होटल
के स्विमिंग पूल से कल एक श्रेयस झवर नाम के इंदौर निवासी असभ्य कांग्रेसी मनचले
ने सिन्धी समाज को गोली मारने की धमकी दी और वहा के भाजपा सांसद प्रत्याशी शंकर लालवानी को बताया
शिवराज सिंह चौहान का मनी कलेक्शन एजेंट,
इस युवक से किसी ने
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में कोई भी राय किसी ने भी नहीं ली थी, स्वयं इस व्यक्ति के
द्वारा असभ्य भाषा का प्रयोग करते हुए भाजपा के सांसद प्रत्याशी को कांग्रेसी
मानसिकता से ग्रसित होकर जो आरोप प्रत्यारोप लगाए यह कहीं हद तक राजनीतिक स्तर तक
ठीक रहा, परंतु घ्रणा पूर्वक किसी सिंधी
को टिकट मिलने से बौखलाया यह असभ्य युवा
पूरे सिन्धी समाज को गोली मारने की धमकी भी दे रहा है, फिलहाल इस युवक ने फेसबुक
अपना प्रोफाइल गायब कर दिया है, मारे दहशत के, परन्तु इस युवक को सदियों तक कोई
भूल नही पायेगा, इसका ये चेहरा और बचकानी हरकत दशको तक इसकी तरक्की में रोड़े अटकती
रहेगी,
माफ़ी मांगता हुआ असभ्य कांग्रेसी मानसिकता पीड़ित युवक shreyas jhawar
समूचे मध्यप्रदेश में
इस वीडियो के रिलीज होने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक आंदोलन के
रूप में सिंधी समाज के नागरिकों के द्वारा अलग-अलग थानों में उपस्थित होकर युवक पर
राजद्रोही-समाजद्रोही अंतर्गत धाराओं के तहत कार्यवाही की अपेक्षा की गई, जिसमें प्राथमिकी फिलहाल इंदौर के तुकोगंज थाना
में दर्ज नही की शुद्ध लालीपॉप दिया है और युवक की गिरफ्तारी के प्रयास के बात की हैं,
फिलहाल युवक अमेरिका से अभी लौटा नहीं है,
जैसे ही लौटेगा इसकी पूरी स्वागत की
तैयारी कर कांग्रेसी संसद पंकज सिंघवी ही करेंगे शायद,
और इसी बीच न्यूज
पोर्टल के किसी चैनल ने वीडियो बनाकर एएसपी के निर्देशन में थाना तुकोगंज इंदौर
में एफ आई आर दर्ज होने की पुष्टि भी कर डाली, जो की पूरी तरह से गलत और भ्रामक
जानकारी थी, पुलिस थाना तुकोगंज इंदौर के
द्वारा कोई F.I.R. इस संबंध में दर्ज नहीं
की गई है, महज ज्ञापन लेकर कार्यवाही का
आश्वासन रुपी लॉलीपॉप दे दिया गया है,
सभ्य समाज के द्वारा
विरोध भी सभ्य तरीके से किया गया, असभ्य कांग्रेसी
छुटभैया के द्वारा की गई टिप्पणी पर कानूनी कार्यवाही की अपेक्षा कर दी, सभी सिंधी समाज एक व्यापारी, आम नागरिकों के द्वारा एकत्रित होकर न्याय की
अपेक्षा में अपनी समाज की गरिमा और शान के खिलाफ की गई टिप्पणी पर पुलिस प्रशासन
से विनम्र निवेदन किया गया, जिस पर उन्हें
न्याय नहीं मिला, मिला है तो लालीपॉप,
ऐसे ही होते हैं, जातीय और समुदाय में होने वाले झगड़ों में इजाफे,
पुलिस प्रशासन जब जब इस तरह की लापरवाही
करता है, और आरोपियों कार्यवाही नही करता और
उन्हें राजनीतिक संरक्षण से प्रेरित होकर कॉन्फिडेंस प्रदान करना अपने आप में लोक
सेवक होने के नाते समाज के प्रति एक बड़ी लापरवाही है, और कर्तव्यों के पालन के विपरित किया गया लोक सेवा का यह
कार्य अत्यंत निंदनीय है, जिसकी पूरी समाज
कड़े शब्दों में संसदीय भाषा में घोर निंदा करता है,
घोर समाज विरोधी होते
है वो दैनिक अखबार जो पुलिस के सहयोग में आयोजित प्रेस कांफेरेंस में आरोपियों ओर
अपराधियों को पकड़ने में सफलता पर प्रसिद्धी पाने सबकी फोटो रिलीज कर दी जाती है ,
जिन किन्ही मामलो में विवेचक आरोपी हो लापरवाह हो उन लापरवाह लोक सेवको की फोटो और
उनकी समाज विरोधी छवि को अख़बार चैनल उजागर नही करते,
अगर इस युवक ने हिंसक (अन्य ) समुदाय के प्रति, इस तरह की अभिव्यक्ति व्यक्त की होती, तो कसम
खुदा की बोलने की आजादी संविधान में जो हर इंसान को दी गई है, कहीं ना कहीं इसका विलोपन हो जाता, इसके घर पर
पत्थरबाजी हो जाती और यह युवक शायद अमेरिका से कभी लौटकर नहीं आता,
इस देश की यही भद्र कानून
व्यवस्था है, पहले मुग़ल फिर अंग्रेज फिर नेता ओर लापरवाह अमला भादवि 331-332-333- 353, crpc-197, राज्य की अधिसूचनाओ की आड़ में आम
नागरिक पर राज कर रहा है, मनमानी कर रहा
है , जैसा चाहे वैसा शोषण कर रहा है, आम आदमी केवल न्याय की अपेक्षा कर सकता है
विनम्र निवेदन कर सकता है, न्याय मिलना या उसका उपेक्षित होना उसकी राजनैतिक
वजनदारी पर निर्भर करता है,
ह्यूमन राईट्स है बत ह्यूमन का कोई राईट नही है इस देश में,
सूचना अधिकार है, पर सूचना नही दी जाती है
सिटीजन राईट एक्ट है , बस किताबो में,
लोकपाल लोकायुक्त अधिनियम तो सिर्फ पटवारी-बाबू पकड़ने में बीजी है
हमेशा से समाज में एक कमजोरी रही है, कुछ अयोग्य, अज्ञानी लोगो के द्वारा समाज की कमान को सम्हालने का जबरन प्रयास एक गुट बना कर किया जाता है, जिसकी कीमत पूरा समाज बार बार अनेक मामलो में अपमानित हो कर चुकाता है, ओर हर मामले में नेतागिरी करने वाले गुट्बाज नेता फोटो खिंचवाने ज्ञापन देने आ ही जाते है, इसी के साथ हर आम नागरिक पिस रहा है , यह अटल सत्य है समाज से ऊपर कोई राजनैतिक पार्टी नही रही है ना हो पायेगी, जिस दिन समाज एकजुट हुआ इनका पूर्ण दमन सुनिश्चित है,
ह्यूमन राईट्स है बत ह्यूमन का कोई राईट नही है इस देश में,
सूचना अधिकार है, पर सूचना नही दी जाती है
सिटीजन राईट एक्ट है , बस किताबो में,
लोकपाल लोकायुक्त अधिनियम तो सिर्फ पटवारी-बाबू पकड़ने में बीजी है
हमेशा से समाज में एक कमजोरी रही है, कुछ अयोग्य, अज्ञानी लोगो के द्वारा समाज की कमान को सम्हालने का जबरन प्रयास एक गुट बना कर किया जाता है, जिसकी कीमत पूरा समाज बार बार अनेक मामलो में अपमानित हो कर चुकाता है, ओर हर मामले में नेतागिरी करने वाले गुट्बाज नेता फोटो खिंचवाने ज्ञापन देने आ ही जाते है, इसी के साथ हर आम नागरिक पिस रहा है , यह अटल सत्य है समाज से ऊपर कोई राजनैतिक पार्टी नही रही है ना हो पायेगी, जिस दिन समाज एकजुट हुआ इनका पूर्ण दमन सुनिश्चित है,
details awaited
Compiled by
#sindhisamaj ko apmanit karne wala #asabhyayuvakshreyasjhawar indore