नई दिल्ली। रोहतक जिला के सांपला के नजदीक जींद से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन के एक डिब्बे में आग लग गई। चलती ट्रेन में कूदने से 4 व्यक्ति घायल हो गए। यह हादसा ट्रेन में गंधक पोटाश की वजह से हुआ। हादसे की सूचना पर पुलिस और रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची। पैसेंजर ट्रेन शाम 4 बजकर 20 मिनट पर रोहतक रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। यह पैसेंजर ट्रेन करीब 30 मिनट बाद सांपला रेलवे स्टेशन पहुंची थी। वहां ठहरने के बाद यह बहादुरगढ़ के लिए रवाना हुई। पैसेंजर ट्रेन में अचानक ही एक सवारी डिब्बे में जोरदार धमाका हुआ। इसी के साथ डिब्बे में आग लग गई। धमाके की आवाज होते ही पैसेंजर ट्रेन में बैठी सवारियों में भगदड़ मच गई। चलती पैसेंजर ट्रेन में कूदने से 4 व्यक्ति घायल हो गए। इस बीच किसी ने चेन खींचकर पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते पटाखों पर बैन की वजह से गंधक पोटाश खुलेआम बेचा जा रहा है। लोहे के उपकरण में एक पाइप लगा होता है, जिसमें गंधक-पोटाश का मिश्रण डाला जाता है। इसके बाद पाइप में सरिया डालकर दबाव बनाया जाता है। जिससे गंधक-पोटाश तक दबाव पड़ता है और उपकरण से तेज आवाज बाहर आती है। आवाज के साथ जहरीला धुआं भी निकलता है। इन दिनों यह पटाखों का विकल्प बन गया है। दीपावली पर पटाखों के बैन होने के चलते पोटाश व गंधक की मांग बढ गई हैं।
नई दिल्ली। रोहतक जिला के सांपला के नजदीक जींद से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन के एक डिब्बे में आग लग गई। चलती ट्रेन में कूदने से 4 व्यक्ति घायल हो गए। यह हादसा ट्रेन में गंधक पोटाश की वजह से हुआ। हादसे की सूचना पर पुलिस और रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची। पैसेंजर ट्रेन शाम 4 बजकर 20 मिनट पर रोहतक रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। यह पैसेंजर ट्रेन करीब 30 मिनट बाद सांपला रेलवे स्टेशन पहुंची थी। वहां ठहरने के बाद यह बहादुरगढ़ के लिए रवाना हुई। पैसेंजर ट्रेन में अचानक ही एक सवारी डिब्बे में जोरदार धमाका हुआ। इसी के साथ डिब्बे में आग लग गई। धमाके की आवाज होते ही पैसेंजर ट्रेन में बैठी सवारियों में भगदड़ मच गई। चलती पैसेंजर ट्रेन में कूदने से 4 व्यक्ति घायल हो गए। इस बीच किसी ने चेन खींचकर पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते पटाखों पर बैन की वजह से गंधक पोटाश खुलेआम बेचा जा रहा है। लोहे के उपकरण में एक पाइप लगा होता है, जिसमें गंधक-पोटाश का मिश्रण डाला जाता है। इसके बाद पाइप में सरिया डालकर दबाव बनाया जाता है। जिससे गंधक-पोटाश तक दबाव पड़ता है और उपकरण से तेज आवाज बाहर आती है। आवाज के साथ जहरीला धुआं भी निकलता है। इन दिनों यह पटाखों का विकल्प बन गया है। दीपावली पर पटाखों के बैन होने के चलते पोटाश व गंधक की मांग बढ गई हैं।