लोक सेवक ने किया लोक को शर्मिंदा, निलंबन की औपचारिकता हुयी सम्पन्न - News Vision India

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लोक सेवक ने किया लोक को शर्मिंदा, निलंबन की औपचारिकता हुयी सम्पन्न



              जबलपुर बंद का असर टीआई लाइन अटैच और तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
लोक सेवक ने की ऐसी लोक सेवा जो जबलपुर पुलिस के इतिहास में दर्ज हो गयी

सदर मेन रोड के मोंटी कार्लो शो रूम में ग्राहक और दुकानदार के आपसी चर्चा में ग्राहक ने अपने रसूक का इस्तेमाल कर पुलिस को बुलाया बिना किसी जांच के फौजदारी मामले में / पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य अपराध में एक पुलिस वाले ने सीधे दूकान मालिक का नाम पुछा और जड़ दिया तमाचा, कैमरे में हुआ कैद

दूकान में कार्यरत कर्मचारियों  ने पुलिस को बाहर का रास्ता दिखाया जो साफ़ कैमरे में दिखा, पुलिस वाले ने थाना कैंट से अतिरिक्त बल बुलवाया और शुरू की पिटाई दुकान संचालक की, जो बाहर के कैमरे में हुयी कैद,

अती शुरू हुयी यहाँ से,
जब पुलिस ने दूकान संचालक के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा डालने पर भादवि 353 की कार्यवाही करते हिये FIR दर्ज कर ली,  घटना के दौरान संचालक के ब्यान में कहा गया की राजेश दत्त नाम का सिपाही शराब पिए हुए था जो एमएलसी में जाहिर हो चूका है,

अब ये कौन बताये की ड्यूटी पर शराब पी के कौनसा शासकीय कार्य कर रहा था,  जुझारू लोक सेवक, थाना प्रभारी की भूमिका संदिघ्द रही, अपने बल के पक्ष में कार्यवाही करते नजर आये,  इनाम मिला निलंबन,
  
पीड़ा यही है देश की, सरकारी नौकरी हासिल करना महज आरामदायक जीवन जीने का  सीधा और सहज उपाय मात्र रह गया है, अधिनियम तले सभी सुरक्षित है, आम आदमी जो किसी यूनियन से एसोसिएशन से नही है जुड़ा अभी तक तो जेल का सूरज देख रहा होता,

कुछ ही दिन पहले मझगंवा के प्रधान लोक सेवक को माननीय न्यायाधीश अक्षय कुमार द्विवेदी विशेष न्यायाधीश लोकायुक्त जबलपुर से  http://www.newsvisionindia.tv/2018/01/police-bribe-jailed.html से   4 वर्ष की सजा रिश्वतखोरी में हुयी है,

सम्पूर्ण समाज, व्यापारी संघ और राजनैतिक प्रतिनिधियों को इस तरह की घटनाओ में काबू करने हेतु पारदर्शी कार्यवाहियों हेतु सभी प्रकार से सुरक्षति सभी काम कैमरे के दायरे में किये जाने हेतु पहल शुरू करना  अत्यंत आवश्यक है, पुलिस थानो में कैमरे लगे है परन्तु सिर्फ वहां  जहां  पुलिस जरुरत महसूस करती है, जिससे हवालाती की अभिरक्षा में मौत होने वाले लोगो के कारन कोई निरीक्षक अपनी नौकरी न गंवाए, पुलिस पर रोप न लगे, परन्तु जहां FIR दर्ज करने हेतु ड्यूटी अधिकारी तैनात है वह कोई कैमरा नही है, कई लोगगालिया खा के बिना इन्साफ पाए चले जाते है वापस निराश हो कर, सम्पूर्ण समाज, व्यापारी संघ को एक योग्य प्रतिनिधि चुनना चाहिए, ये मौके बार बार नही आते