मृतक युवराज़ रजक की
पत्नी श्रीमती राधा रजक और उसके बड़े भाई नरेश रजक हवस की आग में ऐसे अंधे हुए की
भाई का रिश्ता और जिंदगी भर साथ निभाने का बीवी का
रिश्ता ताक में रख दोनों ने मिलकर युवराज की हत्या की और इस हत्या को बखूबी अच्छे
से छुपाया, सारे सबूत मिटाएं
और सोचा कि अब इन दोनों को कोई नहीं पकड़ पायेगा मगर कुदरत ने इनके इस गुनाह को
छुपने नहीं दिया और सबके सामने लाकर रख दिया.
मृतक युवराज रजक, मदन महल निवासी दिनांक 3 मई 2015 को रात में अपने घर लौटा. घर पर उसका बड़ा भाई और उसकी बीवी सब साथ में रहते थे. रात के समय खाना खाकर जब सब सो गए तो दोनों उठे और युवराज की गला
दबाकर हत्या कर दी. उन्होंने पुलिस को बताया कि सुबह
युवराज रजत मृत पाया गया, पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला की
युवराज राजा की हत्या की गई है फिर पुलिस ने सबूत ढूंढना चालू किया तो पता चला की
रस्सी से उसका गला घोटा गया है दोनों ने सबूत छुपाए और वह नायलॉन की रस्सी जिससे
गला कोटा गया था वह पुलिस ने बरामद की. न्यायालय में केस चला तो श्रीमान एस एस परमार एडीजे जिला
न्यायालय जबलपुर ने दोनों को दोषी पाया और दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और
साथ में अर्थदंड भी लगाया.
बाइट – अशोक पटेल – अधिवक्ता
कैमरामैन तेज नारायण के साथ डॉ. सिराज
खान की रिपोर्ट