व्यापार करो, टैक्स भरो, और मार खाओ, कानून व्यवस्था का सीधा उदहारण, - News Vision India

खबरे

व्यापार करो, टैक्स भरो, और मार खाओ, कानून व्यवस्था का सीधा उदहारण,

चुंगी चौकी पर एक मोबाइल व्यवसायी की दुकान पर एक झुंड बनाकर इन अपराधियों ने हमला बोला गाली गलौज की जान से मारने का उसे प्रयास भी किया आप देख सकते हैं पूरा घटनाक्रम वीडियो में जिसमे सभी आरोपी स्पष्ट अपनी हरकतें करते नजर आ रहे हैं, किसी लोकल गुंडे के गुर्गे है सभी आरोपी 

 मुख्य चौराहे थाना अंतर्गत  घमापुर  में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं जिनके समर्थक लोकल गुंडे और कुछ लोकल नेता हैं,  जिनकी शरण में अपराधों का इजाफा सीधा आप देख सकते हैं शासन को व्यापार करके कर/टैक्स  का भुगतान करने वाले व्यापारी भी आज पिटने के दौर पर हैं, भाजपा  कानून व्यवस्था में मजाक/गढ़  बन चुका घमापुर  थाना,  


कोई समय था जब अपराधों के दर्ज होने के लिए मोहताज हुआ करता था यह थाना,  जब इस थाने में एक खुद्दार थाना प्रभारी मिथिलेश तिवारी पदस्थ रहे है,  उस अवधि में अपराध और अपराधी लगभग निरंक हो चुके थे,  कानून की व्यवस्था का एक भय उस समय था,  जो आज पूरा लुप्त होने की कगार पर है जिसके चलते अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वह एक व्यापारी को जैसा चाहते हैं वैसा धमकाते हैं, भ्रष्ट राजनीती की बलि चढी कानून व्यवस्था की कीमत आम आदमी और व्यापारी भर रहा है, टैक्स के साथ, जो अपना व्यापारी होने का मान-सम्मान भी बेवजह खो रहा है,  

जबरन मोबाइल उधारी देने के लिए मजबूर किया गया व्यापारी को जिसकी शिकायत थाने में की गई, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई अंजाम यह हुआ कि अपराधियों ने मिल कर के २ दिन बाद अपनी रिपोर्ट वापस लेने के लिए व्यापारी पर दबाव बनाया,  जिसके परिणाम स्वरुप अपराधियों ने तलवारबाजी की और भरे मार्केट में व्यापारी पर तलवार से वार किया,  जिससे मुश्किल उसकी जान बच पाई सीसीटीवी फुटेज में सारी घटनाक्रम कैद हो गया जैसे तैसे कर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है पर आरोपी अभी भी गिरफ्त से बाहर है


इस वीडियो में आप साफ-साफ देख सकते हैं धमकाते हुए आरोपी ने चाकू निकाला और व्यापारी पर काउंटर के उस पार से पकड़कर उसको काटने का प्रयास किया उसकी गर्दन भी कर सकती थी व्यापारी मौके पर दम तोड़ सकता था हाथ में आरोपी के चाकू साफ दिखाई देता है, आरोपी पूरी व्यवस्था के साथ आए थे 

ऐसा नहीं है कि आरोपियों की शिनाख्त करने में दिक्कत आ रही हो या उनके चेहरे धुंधले हो,   राजनीतिक संरक्षण में पल रहे इन आरोपियों तक पुलिस अभी तक नहीं पहुंच पा रही है,

आइए हम आपको दिखाते हैं एसा वीडियो जो आपको कानून व्यवस्था और काम करने वाले लोक सेवकों की काम के प्रति ईमानदारी/निष्ठां  का जज्बा दर्शाता है ,  जिसमें मात्र 10 मिनट की मॉनिटरिंग में एक आतंकवादी को घेर  कर पकड़ा गया,  जिसकी 10% व्यवस्था भी अपने यहां पर नहीं है



अभी तक आरोपी फरार हैं और इनके हौसले नए अपराध करने के लिए हमेशा से बुलंद होते नजर आ रहे हैं इस तरह के आरोपी अगर खुलेआम घूमते रहेंगे तो निसंदेह आने वाले चुनावों में भारी गड़बड़ियों में भी इनका राजनेता दुरुपयोग कर सकते हैं युवाओं पर  कानून का भय नहीं रहा

मुख्य आरोपी बिन्नू करिया और बाबुल कुचबंदिया, जिन की भूमिका पूरी सीसीटीवी कैमरे में कैद है उनके साथ कई अन्य साथी भी रहे जिनके नाम शिनाख्त में उजागर होंगे और गिरफ्तारियों में इजाफा हो सकता है

व्यापारी संघ ने नाराजगी व्यक्त की और अफसोस जताया
खस्ता कानून व्यवस्था पर पूरे व्यापारी संघ ने अफसोस जताया और यह तक कहा कि पिछले 2 वर्षों में व्यापारियों पर हो हम लोगों पर हो रही उत्तरोत्तर वृद्धियों  के विरोध में कई बार मौन जुलूस निकाला जाकर पुलिस प्रशासन की खस्ता कानून व्यवस्था का विरोध किया गया है,  परंतु किसी प्रकार का कोई हल नहीं निकला है, अब समय आ गया है किसी उग्र आंदोलन का, जिसमें कि समस्त व्यापारी गण के द्वारा एकत्रित होकर, इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा आने वाले समय में जनप्रतिनिधियों को सबक सिखाने हेतु मुख्य रूप से और सहयोगात्मक रवैया व्यापारियों का झेलना पड़ सकता है,  क्योंकि आज इस दुर्घटना के बाद भी किसी जनप्रतिनिधि ने इस दुर्घटना का विरोध करने तथा घायल व्यापारी से मुलाकात करने का प्रयास भी नहीं किया है, चुनाव के समय हर एक राजनेता हर एक वोटर से मिलने जाता है परंतु दुर्घटना होने के बाद किसी ने उसकी सुध तक नहीं ली है


दुर्ग छग में तो  पुलिस ने हद पर कर दी थी,

3 नवयुवक व्यापारियों को राजनैतिक दबाव में जमानतीय धाराओं में गिरफ्तार कर, जुलुस निकला था, खुद आरोप को बढ़ावा देती पुलिस,  देखिये खबर लिंक......>

    सिंधियों को बताया पाकिस्तानी, छग सरकार मौन, कभी मोदी ने भी थी तारीफ सिंधियो की


घायल व्यापारी इलाजरत है जिसको सर पर तलवार लगने से टांके लगे हैं तथा गंभीर अवस्था में सेठ गोविंद दास अस्पताल में इलाज के लिए उसे भर्ती कराया गया है


   ASST. EDITOR :-- JITAINDRA MAKHIEJA