28 सितंबर की रात करीब 1.30 बजे यूपी पुलिस के सिपाही प्रशांत चौधरी ने एपल के एरिया सेल्स मैनेजर
विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी। सदमे से विवेक की पत्नी व मासूम बेटी
समेत पूरा परिवार गम और गुस्से में डूबा था, लेकिन लखनऊ
पुलिस अफसर इतने बेशर्म कि दोषी सिपाहियों पर कार्रवाई के बजाय बचाव की स्क्रिप्ट
लिखते रहे।
चरित्र हनन से लेकर आत्मरक्षा में गोली चलाने तक
की कहानियां गढ़ डालीं। ये सब आला अफसरों की मौजूदगी में होता रहा। आखिरकार लोगों
के आक्रोश के बाद सरकार सख्त हुई तो आला अफसरों को मजबूरी में प्रशांत चौधरी के
खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक
एपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी
की पूर्व सहकर्मी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस के सिपाही को कुचलने के प्रयास
और सेल्फ डिफेंस में गोली चलाने की थ्योरी की धज्जियां उड़ा दी है। पोस्टमार्टम
रिपोर्ट के मुताबिक विवेक को लगी गोली ऊपर से नीचे की तरफ चलाई गई थी। पूर्व
सहकर्मी का कहना है कि आरोपी सिपाही ने एक से डेढ़ फुट ऊंचे डिवाइडर पर खड़े होकर
गोली मारी थी। इससे साफ है कि सिपाही सुरक्षित स्थान पर था और उसने हत्या के इरादे
से ही फायर किया था।
झूठ :
अफसर कह रहे थे विवेक ने कुचलने की कोशिश की तो सिपाही ने किया फायर। पूर्व
सहकर्मी के बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद लखनऊ पुलिस के
अधिकारियों का सफेद झूठ सामने आ गया है। अब तक सिपाही को बचाने में जुटे लखनऊ और
प्रदेश पुलिस के आला अधिकारी कह रहे थे कि विवेक ने कार से सिपाही को कुचलने का
प्रयास किया, जिस पर उसने आत्मरक्षा में फायर
कर दिया और गोली विवेक के चेहरे पर लगी जिससे उसकी मौत हो गई।
हकीकत : सिपाही डिवाइडर पर था इसलिए उसे कोई खतरा नहीं था। सोमवार को चुप्पी तोड़ने वाली
विवेक की पूर्व सहकर्मी ने साफ कहा कि जिस सिपाही ने विवेक की कार पर फायर किया था, वह डिवाइडर पर खड़ा था। गोमतीनगर विस्तार में जो डिवाइडर बने हैं, उनकी ऊंचाई करीब एक से डेढ़ फीट के आसपास है। डिवाइडर पर खड़े होने से
सिपाही कार की ऊंचाई से अधिक ऊंचाई पर था। उसने सामने से आती हुई कार पर गोली चलाई
जबकि उसकी जान को कोई खतरा नहीं था। इससे साफ है कि सिपाही ने विवेक की हत्या के
इरादे से ही फायर किया था।
प्रशांत चौधरी की पत्नी
का ड्रामा
लखनऊ के गोमती नगर इलाके में हत्या के आरोप में
आरक्षी प्रशांत चौधरी के खिलाफ कार्रवाई का विरोध कर रही उसकी आरक्षी पत्नी राखी
मलिक ने रविवार सुबह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के शिविर कार्यालय पर हंगामा किया।
इस दौरान मीडिया कर्मियों से भी उसकी नोकझोंक
हुई। महिला पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ कर गाड़ी में बैठाया और गोमतीनगर थाने ले
गई। कप्तान की चौखट से राखी के बैरंग
लौटने के बाद प्रशांत की मां व परिवार के अन्य लोग गोमतीनगर थाने पहुंचे और
प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग को लेकर हंगामा किया।
गोमती नगर थाने में तैनात राखी मलिक ने
पुलिसकर्मियों से कहा पति प्रशांत चौधरी शुक्रवार रात को वर्दी पहन कर ड्यूटी पर
निकला था। देर रात सुनसान सड़क पर गाड़ी देखकर संदेह हुआ।
Source: Amarujala
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