भारत देश
एक ऐसी परिस्थिति से गुजर रहा है जहां पर व्यापारी सुरक्षित नहीं है चारो ओर मचा
हाहाकार, भारतीय दंड विधान 1860 एक घटिया प्रावधान है कानून व्यवस्था को तोड़ने वाले अपराधियों के लिए
लूडो का खेल बन गया हैं, जहां पर प्रकरण दर्ज होते हैं, जमानत होती हैं और बाद में दोषमुक्त करार कर दिए
जाते हैं गवाहों और सबूतों के अभाव में
और देश का
भारतीय दंड विधान 1860 में बना था इसमें कई संशोधन हुआ पर जो भी संशोधन हुए हैं
संसद में बैठे लोगों ने अपनी सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए किए हैं आज भी हमारे
देश में भ्रष्टाचार का स्तर पूरी दुनिया में टॉप 5 की गिनती में आता है
हमारे देश
में जिन कानूनों को बदलने की चेष्टा वर्तमान रूलिंग पार्टी के द्वारा की जा रही है, उसकी कितनी आवश्यकता है इस पर कोई चर्चा करने की
आवश्यकता ही नहीं समझता है क्योंकि रूलिंग
पार्टी ने ठान लिया है वह काम होकर ही रहेगा,
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड के आधार पर किसी भी प्रकार
के सुधार अधिनियम में नहीं हो रहे हैं एक सबसे बड़ा महत्वपूर्ण कारण यही है कि
अपराधों पर लगाम लगाने में हमारी भारत सरकार विफल रही है
"इस जघन्य हत्याकांड
की स्टोरी कुछ ऐसी है"
पुणे पुलिस स्टेशन
में 23 जुलाई 2017 को एक केस रजिस्टर्ड हुआ है F.I.R. नंबर 817 जिसमें
पुलिस ने मालिक रोहित सुखेजा के कहने पर
एफ आई आर दर्ज की
शिकायत में सुखेजा के द्वारा बताया गया कि लगभग सुबह 3:30 बजे मंगलवार के दिन होटल के स्टाफ में देखा की कोई व्यक्ति
होटल के बाहर पेशाब कर रहा है उसे रोकने के लिए स्टाफ आगे बढ़ा जिसमें हितेश
मूलचंदानी जो वहां पर काम करते थे वह भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस गंदे कृत्य
का विरोध किया जिस पर विवाद बढ़ गया और कार में आए हुए युवकों के द्वारा होटल
स्टाफ से मारपीट की गई जिसमें एक नाबालिक ही शामिल था.
यह वही नाबालिक था, जिसे पिछले साल बकरी चुराने के मामले पर कसरवादी एरिया में गिरफ्तार किया गया था,
घटना के दौरान होटल
का स्टाफ साफ सफाई कर रहा था जिस समय पेशाब करते हुए आरोपी की हरकत को कैमरे में
कैद किया गया और होटल के स्टाफ ने अपना विरोध प्रकट किया जिसमें हितेश मूलचंदानी
भी शामिल थे इसी बात से क्रोधित होकर नशे में आरोपी ने हितेश मूलचंदानी के सर पर बीयर की
बोतल दे मारी
मौके पर लखन सुखेजा, रोहित सुखेजा, हितेश मूलचंदानी के साथ मौजूद थे 17 वर्षीय नाबालिक लड़के की अति उत्सुकता को कंट्रोल करने में
लखन सुखेजा और उनके भाई व्यस्त रहे जिसका फायदा उठाकर चार अन्य युवकों ने हितेश
मूलचंदानी को ढकेलते हुए कार में बैठाया और उसे लेकर के वहां से रफूचक्कर हो गए,
इस घटना के तुरंत
बाद सूखेजा ने हितेश को फोन लगाया परंतु आरोपियों ने उसका मोबाइल छीन लिया था
तत्पश्चात तुरंत सुबह जा के द्वारा पुलिस स्टेशन में फोन लगाया क्या सुबह 6:30 बजे मूलचंदानी का शव एक बिल्डिंग के पीछे जला हुआ पाया गया,
जिसमें कई नुकीले अस्त्रों से वार किया
गया था, जिसमें स्क्रुड्राइवर भी इस्तेमाल किया गया था , उसके सीने में बहुत गहरे
घाव थे, तुरंत उसे हॉस्पिटल ले जाया गया
जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक चिकित्सा शुरू कर दी परंतु तब तक हितेषी सांसें थम
चुकी थी,
Hitesh Moolchandani - Pune
बुधवार के दिन लगभग 500 दुकानदारों ने इस जघन्य अपराध के विरोध में जुलूस निकालकर कानून व्यवस्था पर अफसोस जताया और
न्याय की अपेक्षा में आरोपियों को फांसी की सजा की मांग करते हुए अपना विरोध
प्रदर्शन किया.
26
जुलाई 2019 तक केवल 3
आरोपियों को पकड़ा गया है जिसमें दो बाकी फरार है
जबलपुर
में भी एक व्यापारी को कुछ बदमाशों उसके दुकान बंद करने के बाद से रैकी करते हुए
पीछा किया और सुनसान एरिया में उसे घेर कर मारा, चाकू से गोदा और जबलपुर पुलिस ने मामूली धारा
लगाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली, शहर में हजारों कैमरे लगे हुए
हैं, परंतु किसी भी कैमरे में अभी तक किसी की पहचान नहीं हो पाई है, आज 7 दिन होने
को आए हैं, परंतु किसी भी आरोपी को डिटेक्ट नहीं किया गया है, बड़े-बड़े केस सुलझा
लेने के बाद पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है, परंतु आज 7 दिन हो गए शहर के बीचोबीच
ऐसी दुर्गम घटना को सरेआम अंजाम देकर चले जाते हैं गुंडे, जहां तक पुलिस के हाथ
नहीं पहुंच पाते हैं, यह लापरवाही एक संभावनाओं को भी इन्द्राज करती है, जिससे हर व्यापारी को यह आभास होने
लगता है कि होने वाली कार्यवाही भी एक औपचारिकता के रूप में संपन्न की जाएगी, और
मामूली धाराओं के तहत बनाए गए केस को कमजोर भी किया जा कर न्यायालय में चालान ऐसे
पेश किया जाएगा जहां से आरोपियों को पूरी तरह से लाभ प्राप्त हो जाएगा,
फिलहाल इंसाफ के तराजू में पूरे सिंधी समाज ने
पुलिस अधिकारी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सिंह को ज्ञापन देकर उचित कार्यवाही
की मांग की है, जिसके फलस्वरूप कार्यवाही जारी है यह किस स्तर पर जारी है, इसकी
खबर मांगने पर भी नहीं मिल पाती है, अभी तक विभिन्न न कैमरों के वीडियो वायरल नहीं
हो पाए हैं, आरोपियों की खोज खबर के लिए अलग-अलग क्षेत्रों से गुजरे हुए आरोपियों
के सीसीटीवी फुटेज वायरल हो जाना चाहिए थे, जो कि अभी तक नहीं हो पाए हैं, तथा
मोबाइल की लोकेशन के आधार पर घटनास्थल पर कितने मोबाइल सक्रिय थे, इसका विवरण भी
प्राप्त किया जा सकता है ,परंतु जिसे शिद्दत से कार्य करना होता है, तो वह कार्य अभी तक कर चुका होता,
व्यापारी
वर्ग सदमे में है और सोच में है इसी के साथ पुणे में हुए हितेश मूलचंदानी
हत्याकांड से परेशान होकर और जबलपुर में हो चुके व्यापारी पर हमले से परेशान होकर
पूरे व्यापारी समाज में 29 जुलाई 2019 को व्यापार बंद का आह्वान किया है.
whatsapp 8878899199 ,