परिवहन आयुक्त एवं DGP जारी करें स्पेशल
गाइडलाइन, लोडिंग वाहनों में सवारियां कर
रही सफर, संक्रमण पहुंच रहा एक शहर से दूसरे शहर,
जबलपुर
में हाल ही में परचून से लदे ट्रक
ड्राइवर के साथ जबलपुर पहुंचे कोरोना पॉजिटिव मरीज से ऐसी स्थितियों का निर्माण
हुआ है, जो अनावश्यक प्रशासन के लिए काम बढ़ा रही है,
मध्य प्रदेश शासन के द्वारा हाल ही में मूलभूत आवश्यकताओं की
आपूर्ति हेतु परिवहन से संबंधित वाहनों को छूट प्रदान की गई है,
हाल
ही में विदिशा एसपी के द्वारा एक कॉन्स्टेबल को फोन पर निलंबित भी किया गया था, जिसका कारण यह था कि लोडिंग हेतु शासन द्वारा दी गई छूट के अंतर्गत आने
वाले वाहनों को हाईवे पर रोका नहीं जाएगा, आज इस आदेश
में संशोधन की परम आवश्यकता है, जिसमें
परिवहन आयुक्त एवं डीजीपी के
द्वारा स्पेशल निर्देश जारी किया जाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि हाईवे पर गुजरने वाले वाहनों में बैठे हुए लोग ड्राइवर और कंडक्टर के
अलावा लोगों की पहचान और उनके लोडिंग वाहन में सवारी कर रहे कारणों की पूछताछ करें,
ताकि संक्रमित लोगों को एक जिले से दूसरे जिले में जाने से रोका जा
सके, यह व्यवस्था टोल नाके पर भी की जा सकती है और चेक पोस्ट
पर भी की जा सकती है, लोडिंग वाहनों के माध्यम से मूलभूत
आवश्यक वस्तुएं ट्रांसपोर्ट हो रही है परंतु साथ में 200- ₹300 की लालच में ड्राइवर एवं कंडक्टर सवारियां बैठाकर एक जिले से दूसरे जिले
में छोड़ रहे हैं, जो आने वाले समय में कोरोना
मुक्त जिला घोषित , करने में प्रशासन की पूरी मेहनत
को बेकार कर देगा, इसीलिए इस हेतु कड़ाई से
पालन करने के निर्देश जारी करना बहुत आवश्यक है,
यह एक सामान्य विषय है, ट्रक
ड्राइवर हमेशा से करते आ रहे हैं, सवारियां ढोना इनकी अतिरिक्त आय का साधन रहता है, परंतु आज संक्रमण के इस माहौल में यह कार्य पूरे समाज के लिए एक
बड़ी समस्या का कारक हो सकता है, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर से भागने वाला इनामी अपराधी
जावेद, जिस पर रासुका की कार्यवाही की गई थी, वह भी एक लोडिंग वाहन में बैठकर नरसिंहपुर पहुंच गया था, इसीलिए लोडिंग वाहनों के मालिकों को और
ड्राइवरों को सख्त निर्देश जारी किए जाएं अगर नियमों का पालन उनके द्वारा नहीं
किया जाएगा तो ट्रांसपोर्ट का पंजीयन रद्द, वाहन राजसात और लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा...