नाबालिक प्रेमी से प्रेमिका ने माँगी फिरौती, फर्जी कथा पर पुलिस ने दर्ज किया अपहरण का मामला, नाबालिक ipc 363 मामले में गिरफ्तार :- थाना माढोताल, जबलपुर...... - News Vision India

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नाबालिक प्रेमी से प्रेमिका ने माँगी फिरौती, फर्जी कथा पर पुलिस ने दर्ज किया अपहरण का मामला, नाबालिक ipc 363 मामले में गिरफ्तार :- थाना माढोताल, जबलपुर......

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नाबालिक प्रेमी से प्रेमिका ने माँगी फिरौती, फर्जी कथा पर पुलिस ने दर्ज किया अपहरण का मामला, नाबालिक ipc 363 मामले में गिरफ्तार :- थाना माढोताल, जबलपुर......  

मोबाइल + मंगलसूत्र +कान की बालिया + 40000/-  जप्ती शून्य.

गोरखपुर निवासी युवती जिसका नाबालिग युवक आयुष निवासी कचपुरा ब्रिज, से प्रेम प्रसंग का मामला लगभग 25 फरवरी 2020 को कुछ इस तरह से शुरू हुआ कि युवती को मदर टेरेसा से करमेता की ओर जाना था, और रस्ते  से गुजर रहे लड़के ने उसे लिफ्ट दी थी, रास्ते किनारे खड़ी असहाय लड़की को उसके घर गोरखपुर पर पहुंचाने पर उनके बीच लगभग अच्छी मित्रता होती हुई प्रतीत हुई और आपस में उन्होंने मोबाइल नंबर शेयर किया,

इसके बाद कई धार्मिक स्थलों पर युवक और युवती एक साथ घूमने गए थे, युवती ने इसी बीच युवक से मोबाइल की मांग की  जिस पर सैमसंग का एक मोबाइल युवक ने युवती को दीया,  दोनों के बीच व्हाट्सएप की चैट होती रही, लगभग 20 दिन बाद 11 मार्च 2020 को लगभग शाम के 7:00 बजे युवती युवक को फोन करके मदर टैरेसा नगर बुलाती है, और उसे कहीं दूर ले जाने की बात करती है, और घर वापस नहीं जाने की बात करती है, इस पर नाबालिक घबराकर अपने एक मित्र को फोन करता है और जैसे-तैसे मान मनुव्वल  करके,  उस युवती को उसके घर तक पहुंचाता है,

भ्रमण के दौरान युवती ने युवक को बताया कि उसका दिया हुआ मोबाइल घर में पकड़ा गया है, जिसके कारण उसे घर से भाग कर आना पड़ा है, और अब वह घर वापस नहीं जाना चाहती........

लगभग 2 घंटे की इस मशक्कत के बाद, युवती की मां का फोन युवक के पास आता है, और युवक को गाली गलौज करते हुए किसी हिस्ट्रीशीटर करने के साथ उसकी रिश्तेदारी का हवाला देते हुए लड़के को धमकी दी जाती है, कि तुम्हारे खिलाफ हम बलात्कार की झूठी रिपोर्ट कर देंगे, नहीं तो हमको पैसे दे दो, डर के घबराकर युवक अपनी मां का मंगलसूत्र, कान की बालियां और नगदी ₹40000 घर से  लाकर युवती को दे देता है, परंतु युवती और उसकी मां की तरफ से दोबारा धमकी दी जाती है,

जिसकी पूर्ति नहीं होने के बाद इनके द्वारा घटनास्थल अंतर्गत थाना माढोताल में एफ आई आर दर्ज की जाती है, जिसमें पुलिस के द्वारा पूर्व में एक व्यक्ति(नाबालिक का मित्र ) को गिरफ्तार किया गया था, जिसे जमानत न्यायालय से हो चुकी है, आज अचानक 5 मई 2020 को पुलिस के द्वारा नाबालिग युवक आयुष को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है,

युवक का पिता  थाने के बाहर प्रकरण  की जानकारी लेने के लिए परेशान हो रहा है, थाने का स्टाफ किसी प्रकार से उसे सहयोग नहीं कर रहा है, युवक के पिता ने बताया कि जिस दिन युवती की मां ने हमें धमकी दी थी, उसी दिन हम थाना मदन महल गए थे, और इस संबंध में हमने थाना प्रभारी मदन महल को सूचना प्रदान की थी, परंतु थाना प्रभारी मदन महल के द्वारा कहा गया कि अभी तक तुम्हारे खिलाफ कोई रिपोर्ट नहीं हुई है, जब हो जाएगी तब हमारे पास आना,.......

पुलिस ने अभी तक मंगलसूत्र कान की बालियां और नगदी ₹40000 की जप्ती नहीं की है, युवक के स्टेटमेंट के आधार पर इस प्रकरण की दिशा ही बदल जाएगी परंतु पुलिस की गिरफ्त में युवक केवल उन्हीं दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर रहा है, जो पुलिस के द्वारा उनकी कस्टडी में करवाए जा रहे हैं, युवक के पिता के अनुसार प्राप्त जानकारी में यह भी बताया गया कि कुछ दस्तेव्ज  पर युवक के पिता से भी हस्ताक्षर कराए हैं और प्रकरण के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है, उसका पुत्र नाबालिक है, उसका भविष्य खराब हो सकता है, परंतु इस देश की कानून व्यवस्था के हिसाब से सब ठीक है
शिकायतकर्ता की ओर से अपहरण की बात कही गई है, परंतु अपहरण कब हुआ कैसे हुआ, किन परिस्थितियों में हुआ और क्या पुलिस के द्वारा अपहरण हो चुके व्यक्ति को खुद रिहा करवाया या उसके कितने परिजनों से छुड़वाने गए थे, यह घटनाक्रम की शुरुआत कहां से हुई, इसके मुख्य गवाह कौन हैं, अगर इन सभी मुद्दों पर जब कोर्ट में बहस चलेगी तो यह केस किसी भी मुद्दे पर स्टैंड ही नहीं करेगा, पर इसने वर्दी पर जो दाग लगा दिया है वह अपने आप में आश्चर्य करने योग्य है जो पुलिस की छवि खराब करता है एक तरफ पूरा डिपार्टमेंट को राणा की चपेट से जो जूझता हुआ सम्मान का पात्र है, लोक सेवा में सक्रिय है, और दूसरी ओर डिपार्टमेंट की छवि खराब करने वाले कुछ लोग उसी की छत्रछाया में फल-फूल रहे

अभी अभी हाल ही में अधिकारों के दुरुपयोग से गोरा बाजार थाने के अंतर्गत एक किसान की मौत हो गई थी, corona positive जावेद सुरक्षा को चकमा दे कर मेडिकल हॉस्पिटल से फरार हुआ, जिसके कारन आईपीएस केशवानी+ अन्य  को कोरोना से झुझना पड़ा,   जिसके कारण जबलपुर   एसपी अमित सिंह का तबादला हुआ था,  नए एसपी के जबलपुर में रहते ही यह कांड  एक और हो गया, जिसमें एक नाबालिक का भविष्य खराब हो गया, और sp की  मोनिटरिंग दाव पे लग गयी 

युवक के पिता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक महोदय के पास वह शिकायत करने गए थे, कि मदन महल थाना प्रभारी द्वारा उनकी शिकायत दर्ज नहीं कराई जा रही है, परंतु लॉक डाउन होने के कारण कार्यालयों में कोई उपस्थिति नहीं मिलने के चलते खाली हाथ वापस आना पड़ा, बादइन्तेजामी  युवक के भविष्य को  खराब करने का सबसे बड़ा कारण बनी और पुलिस के अधिकारों के दुरुपयोग से संबंधित कार्यवाही का संधारण इस प्रकरण में सीधा दिखाई देता है.....जो पुलिस का एक दूसरा चेहरा सामने लाता है, जो डिपार्टमेंट की छवि भी ख़राब करता है,