वाणिज्यिक कर विभाग की छवि ख़राब करने वाला उपायुक्त सेवानिवृत्ति की ओर
इस भ्रष्टाचारी के विरुद्ध जल्द ही प्रकरण उचित कार्यवाही हेतु Economic Offence Wing को भेजा जायेगा एक अन्य उपायुक्त पर न्यूज़ विजन की जांच जारी है जल्दी ही बड़ी गड़बड़ियो का खुलासा होगा
वाणिज्य कर विभाग का
भ्रष्ट अपीलीय संभागीय उपायुक्त, जिसे मध्य प्रदेश शासन ने हाल ही में घोर
अनियमितताओं के चलते तथा शासन की ओर से इस भ्रष्टाचारी को प्रदत्त अधिकारों के
भद्र दुरुपयोग के चलते. शासन को की गई करोड़ों की हानि का मुख्य अभियुक्त बनाया जा
कर निलंबित किया था. उसकी सेवानिवृत्ती 30 जनवरी 2018 को है
इस भ्रष्टाचारी अपीलीय
उपायुक्त ओम प्रकाश वर्मा उर्फ ओ.पी. वर्मा जो पूरे जोर शोर के साथ खुद को बहाल करवाकर
अपने विभागीय कार्यकाल का जमा पैसा
प्राप्त कर सम्मान पूर्वक सेवानिवृत्त होने की कोशिश में लगातार जोड़ भाग राजनीतिक
स्तर पर कर रहा है, मध्य प्रदेश शासन के राजस्व खजाने को अपूर्णीय क्षति इस
भ्रष्टाचारी द्वारा कारीत की गई थी, जिसकी वसूली शासन कैसे करेगा
यह एक अनसुलझी पहेली है,
अगर यह भ्रष्टाचारी सम्मान
पूर्वक या बिना किसी वैधानिक कार्यवाही के बिना किसी प्रतिभूति के शासन से
सेवानिवृत्त हो जाता है, तो वर्षों तक
चलने वाली इस विभागीय जांच के उपरांत इसे पूरे कार्यकाल में जमा हो चुके
रिटायरमेंट फंड का भुगतान कर दिया जाएगा, परंतु
शासन के खजाने को जो क्षति भ्रष्टाचारी ने कारीत की है और जो अनियमितताएं इसने अपने कार्यकाल में
अपने कार्यालय में की हैं उसकी सजा इसको देना लगभग मुश्किल हो जाएगा,
शासन स्तर पर क्या
कार्यवाही शुरु की गई है इसकी जांच शिकायतकर्ता को अभी तक नहीं दी गई है जबलपुर
में अपर आयुक्त का प्रभार भी एक अन्य संभागीय उपायुक्त को अस्थाई रूप से दिया गया
है, जिससे राज्य हित में निष्पक्ष कार्यवाही की उम्मीद रखना शासन हित में ठीक नहीं,
भ्रष्टाचारी ओमप्रकाश और ओ पी
वर्मा के विरुद्ध अन्य कई मामलों में विभागीय जांच आरंभ होना लंबित है जिस पर समय पर अगर
कार्यवाही हो जाती है तो शासन को हो चुकी क्षति वापस प्राप्त करने में कठिनाई नहीं
होगी, फिलहाल उसके द्वारा रिटायरमेंट फंड
को प्राप्त करने के लगातार प्रयास शासन को कमजोर करने कि लगातार प्रयास जारी है
आइए जानते हैं इस भ्रष्टाचारी के संबंध में पूर्व में प्रकाशित की गई खबरें नीचे
दी गई है
जिस पद पर इसे पदस्थ किया गया था और जिन अतिरिक्त
प्रभारों पर इन्हें नियुक्त किया गया था उन सभी कार्यालयों को इस भ्रष्टाचारी के
द्वारा अपनी व्यक्तिगत दुकान समझकर न्याय आदेश बांटा जाता था कानून की दलाली करने
वाले लोगों से पैसा लेकर यह अधिकारी उनके पक्ष में आदेश पारित करता था जिनके
प्रमाण एक शिकायतकर्ता ने प्रमुख सचिव महोदय को तथा वाणिज्य कर आयुक्त इंदौर को
पेश किए हैं जिन पर पृथक रूप से कार्यवाही अभी शुरू नहीं की गई है इस कदर की
लापरवाही प्रशासन को अनावश्यक रुप से क्षति करीत कर सकती है पूरे वाणिज्यिक कर
विभाग की छवि खराब करने का कार्य अपीलीय संभागीय उपायुक्त ओम प्रकाश वर्मा द्वारा किया गया है
जिसके चलते से निलंबित किया गया था
1. पैसा दो न्याय लो, वाणिज्यिक कर विभाग जबलपुर में बिना
लेनदेन के कोई काम नहीं
http://www.newsvisionindia.tv/2017/10/commercialtax-jabalpur-op-verma-.html
2. वाणिज्यिक कर विभाग के ओ. पी. वर्मा उर्फ़ ओमप्रकाश का एक और केस सामने आया http://www.newsvisionindia.tv/2017/11/op-verma-corruption-mpctd-jbp.html
3 वाणिज्यिक कर उपायुक्त ओ. पी. वर्मा, उर्फ़ ओमप्रकाश, अंततः निलंबित http://www.newsvisionindia.tv/2017/11/opverma-suspend-mpctd-dycomm.htmll
2. वाणिज्यिक कर विभाग के ओ. पी. वर्मा उर्फ़ ओमप्रकाश का एक और केस सामने आया http://www.newsvisionindia.tv/2017/11/op-verma-corruption-mpctd-jbp.html
3 वाणिज्यिक कर उपायुक्त ओ. पी. वर्मा, उर्फ़ ओमप्रकाश, अंततः निलंबित http://www.newsvisionindia.tv/2017/11/opverma-suspend-mpctd-dycomm.htmll
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